उत्तराखंड में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय
उत्तराखंड में लंबे समय से सूखा मौसम बना हुआ था, लेकिन अब पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से मौसम ने करवट बदल ली है। राज्य के कई जिलों में मंगलवार से बारिश शुरू हो गई है, और कुछ स्थानों पर बादल छाए हुए हैं। मौसम विभाग ने उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ और बागेश्वर में हल्की बारिश और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना जताई है। देहरादून, टिहरी, पौड़ी, चंपावत, नैनीताल, हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर में बिजली गिरने के साथ येलो अलर्ट जारी किया गया है।
बारिश से तापमान में गिरावट
पिछले कुछ दिनों से मैदानी इलाकों में तेज धूप के कारण गर्मी महसूस की जा रही थी, लेकिन मंगलवार सुबह से हुई बारिश ने तापमान में गिरावट ला दी है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि फरवरी के दूसरे सप्ताह में बारिश की संभावना कम होगी, जिससे तापमान फिर से बढ़ सकता है।
बेमौसम बदलाव का असर
उत्तराखंड के इस मौसम परिवर्तन का असर वनस्पति और फसलों पर भी देखा जा रहा है। कई क्षेत्रों में बुरांश के फूल समय से पहले खिलने लगे हैं और जंगलों में काफल पकने लगे हैं। बेमौसम बारिश और तापमान में उतार-चढ़ाव किसानों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।
प्रमुख शहरों में तापमान
- देहरादून: अधिकतम 25°C, न्यूनतम 8.5°C
- नई टिहरी: अधिकतम 20.6°C, न्यूनतम 4.6°C
- मुक्तेश्वर: अधिकतम 22.0°C, न्यूनतम 2.0°C
- पंतनगर: अधिकतम 24.5°C, न्यूनतम 5.6°C
येलो अलर्ट: क्या रखें सावधानियां?
मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी करते हुए लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। खासकर पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वालों को सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि बारिश और बिजली गिरने की संभावना बनी हुई है। प्रशासन ने लोगों को अनावश्यक यात्रा से बचने और मौसम अपडेट पर नजर रखने की सलाह दी है।
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि इस बदलाव का असर कुछ दिनों तक रह सकता है, जिसके बाद तापमान में दोबारा वृद्धि होने की संभावना है।
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