महाराष्ट्र में साइबर और वित्तीय अपराधों की बढ़ती चुनौती

वित्तीय धोखाधड़ी के मामलों में रिकॉर्ड वृद्धि

महाराष्ट्र में 2024 में वित्तीय धोखाधड़ी के 2,19,047 मामले सामने आए, जिसमें 38 हजार करोड़ रुपये की हेराफेरी की गई। यह आंकड़ा पिछले वर्षों की तुलना में अधिक है। राज्य सरकार ने इसे गंभीर चिंता का विषय बताया है।

मुंबई में सबसे अधिक धोखाधड़ी के मामले

मुंबई में वित्तीय धोखाधड़ी के 51,873 मामले दर्ज हुए, जिनमें 12,404.12 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। यह महाराष्ट्र का सबसे बड़ा आंकड़ा है, जिससे यह साफ होता है कि बड़े शहरों में ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।

पुणे और अन्य शहरों की स्थिति

पुणे शहर में 22,059 मामले दर्ज हुए, जिससे 5122 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। पुणे जिले में कुल 42,802 मामले सामने आए, जिसमें पिंपरी चिंचवाड़ और ग्रामीण इलाकों में भी धोखाधड़ी के मामले बढ़े।

वित्तीय धोखाधड़ी के नए तरीके

अपराधी नए-नए तरीकों से लोगों को ठग रहे हैं। फर्जी बैंक कॉल, फिशिंग वेबसाइट, ई-वॉलेट ट्रांजैक्शन और केवाईसी अपडेट के नाम पर लोगों से जानकारी लेकर उनके बैंक अकाउंट से पैसे निकाल लिए जाते हैं।

राज्य सरकार की रणनीति

महाराष्ट्र सरकार ने साइबर अपराध शाखा को और मजबूत किया है। बैंकों और वित्तीय संस्थानों को निर्देश दिए गए हैं कि वे ग्राहकों को जागरूक करें और सुरक्षा उपाय बढ़ाएं। इसके अलावा, नागरिकों को भी सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।

सावधान रहें, सतर्क रहें

विशेषज्ञों का कहना है कि किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें, अज्ञात कॉल पर बैंक डिटेल न साझा करें और समय-समय पर पासवर्ड बदलते रहें। सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव है।

You May Also Like

More From Author

+ There are no comments

Add yours