भक्ति यात्रा में हादसे का साया
प्रयागराज जिले में महाकुंभ में स्नान करने जा रही तीन महिला श्रद्धालुओं की एक सड़क दुर्घटना में दर्दनाक मौत हो गई। यह हादसा उतरांव थाना क्षेत्र के नागनाथपुर नेशनल हाईवे पर हुआ, जब एक तेज़ रफ्तार अज्ञात वाहन ने इन श्रद्धालुओं को कुचल दिया। घटना से इलाके में सनसनी फैल गई और श्रद्धालुओं में शोक की लहर दौड़ गई।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताई घटना की भयावहता
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसा अलसुबह हुआ, जब महिलाएँ सड़क किनारे पैदल जा रही थीं। तभी अचानक एक अज्ञात वाहन आया और उन्हें तेज़ रफ्तार में कुचलते हुए निकल गया। वाहन की रफ्तार इतनी अधिक थी कि किसी को भी संभलने का मौका नहीं मिला। हादसे के बाद वाहन बिना रुके फरार हो गया।
घटना के बाद मची चीख-पुकार
हादसे के बाद आसपास मौजूद श्रद्धालु स्तब्ध रह गए। कुछ ही मिनटों में वहाँ चीख-पुकार मच गई। लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और घायलों को बचाने की कोशिश की, लेकिन तब तक तीनों महिलाओं की मौत हो चुकी थी।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुँची और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने अज्ञात वाहन के खिलाफ मामला दर्ज कर जाँच शुरू कर दी है। प्रयागराज पुलिस ने कहा है कि आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की जाँच की जा रही है ताकि वाहन की पहचान की जा सके।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर उठे सवाल
महाकुंभ जैसे भव्य आयोजन के दौरान लाखों श्रद्धालु विभिन्न साधनों से यात्रा करते हैं, लेकिन उनकी सुरक्षा के लिए कोई विशेष व्यवस्था नहीं की जाती। इस घटना ने महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर प्रशासन की लापरवाही को उजागर कर दिया है।
प्रशासन की अपील—सावधानी बरतें
इस घटना के बाद प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे सुरक्षा नियमों का पालन करें और मुख्य सड़क पर पैदल चलने से बचें। साथ ही, वाहनों की रफ्तार नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने स्पीड ब्रेकर लगाने और गश्त बढ़ाने का आश्वासन दिया है।
परिवारों का रो-रोकर बुरा हाल
इस घटना की खबर जैसे ही मृतकों के परिवारों तक पहुँची, वहाँ मातम छा गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। महाकुंभ में शामिल अन्य श्रद्धालु भी इस घटना से स्तब्ध हैं और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना जता रहे हैं।
सरकार से मुआवज़े की मांग
स्थानीय लोग और सामाजिक संगठनों ने सरकार से मांग की है कि मृतकों के परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। प्रशासन ने इस पर विचार करने की बात कही है और जल्द ही निर्णय लिया जा सकता है।
जरूरी है कड़े सुरक्षा उपाय
यह दुर्घटना प्रशासन के लिए एक चेतावनी है कि सड़क पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। अगर समय रहते सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए जाएँ, तो भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सकता है।
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