डोनाल्ड ट्रंप 2.0: राष्ट्रपति बनते ही लिए ताबड़तोड़ फैसले

शपथ ग्रहण समारोह की भव्यता

डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार रात (भारतीय समयानुसार) अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ ली। यह समारोह वॉशिंगटन डीसी में आयोजित हुआ और इसमें तकनीकी जगत के प्रमुख हस्तियों ने हिस्सा लिया। मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग और उनकी पत्नी प्रिसिला चैन, गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई, अमेजन के सीईओ जेफ बेजोस, और एलन मस्क जैसे नामचीन लोग इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बने। समारोह में ट्रंप ने अपने आगामी कार्यकाल के लिए कई संकेत दिए।

कार्यकारी आदेश: पहले दिन की प्राथमिकताएं

पदभार संभालते ही डोनाल्ड ट्रंप ने कई कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर किए। इनमें सबसे प्रमुख निर्णय पेरिस जलवायु समझौता और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) से अमेरिका को बाहर निकालने का रहा। ट्रंप ने अपने पिछले कार्यकाल में भी इन संस्थाओं पर अमेरिका के हितों के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया था।

पेरिस जलवायु समझौते से हटने का निर्णय

ट्रंप ने पेरिस जलवायु समझौते से अमेरिका को बाहर निकालने की प्रक्रिया शुरू की। उन्होंने कहा कि यह समझौता अमेरिका की ऊर्जा स्वतंत्रता को नुकसान पहुंचा रहा है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि इस समझौते से हटकर अमेरिका अपने आर्थिक और पर्यावरणीय लक्ष्यों को स्वतंत्र रूप से पूरा करेगा।

डब्ल्यूएचओ से अलग होने की घोषणा

कोविड-19 महामारी के दौरान ट्रंप ने डब्ल्यूएचओ पर चीन का पक्ष लेने का आरोप लगाया था। राष्ट्रपति बनने के साथ ही उन्होंने इस संगठन से अमेरिका की सदस्यता समाप्त करने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ को सुधारने की जरूरत है और अमेरिका तब तक इसमें शामिल नहीं होगा जब तक यह निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित नहीं करता।

टिकटॉक को दी गई समय सीमा

ट्रंप ने टिकटॉक को अमेरिकी सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए 75 दिनों का समय दिया है ताकि वह अपने डेटा नीतियों में बदलाव करे। ट्रंप ने कहा कि अगर कंपनी ऐसा नहीं करती है तो उसे अमेरिका में प्रतिबंधित किया जाएगा।

क्षमा आदेशों का उपयोग

ट्रंप ने अपने पहले ही दिन क्षमादान शक्तियों का उपयोग करते हुए कुछ पुराने सहयोगियों को राहत दी। इन क्षमादानों पर कई विशेषज्ञों ने सवाल उठाए हैं, लेकिन ट्रंप ने इसे न्यायपूर्ण और आवश्यक बताया।

आर्थिक सुधारों पर जोर

ट्रंप ने अपने पहले भाषण में अमेरिकी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का वादा किया। उन्होंने कहा कि वह व्यापारिक नीतियों में बदलाव करेंगे ताकि अमेरिकी कंपनियों और कर्मचारियों को लाभ हो।

समारोह में प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति

शपथ ग्रहण समारोह में तकनीकी क्षेत्र के दिग्गजों के अलावा, एपल के सीईओ टिम कुक और टिकटॉक के सीईओ शोउ ज़ी च्यू भी शामिल हुए। ट्रंप ने अपनी नई टीम और सलाहकारों का परिचय भी दिया। एलन मस्क, जो ट्रंप के करीबी माने जाते हैं, ने भी समारोह में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया

ट्रंप के फैसलों पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की मिश्रित प्रतिक्रिया आई है। यूरोपीय संघ और कई एशियाई देशों ने उनके कदमों की आलोचना की, जबकि कुछ देशों ने इसे अमेरिका की आंतरिक नीति का हिस्सा बताया।

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